रायपुर | विक्की चौहान | राजधानी के बीएसयूपी और ईडब्ल्यूएस आवास में रहने वाली गरीब परिवार की महिलाओं को सदस्य बनाकर एक एनजीओ द्वारा उनके नाम पर खुलवाए गए बैंक खातों में दो महीने में 15 करोड़ रुपए से ज्यादा के लेन-देन का खुलासा होने से हड़कंप मच गया है। पुलिस ने नारी शक्ति संगठन नामक एनजीओ की खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष बताने वाली शोभा ठाकुर और अन्य लोगों के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज किया है।
जिन खातों से बड़ी रकम का लेन-देन हुआ है, वे सभी कर्नाटका बैंक लालपुर ब्रांच के हैं। पुलिस ने एक महिला समेत कुछ और संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ कर दी है। पासबुक, एटीएम कार्ड और सिम कार्ड थे एनजीओ के पास रिपोर्ट के मुताबिक एनजीओ से जुड़े लोगों ने पहले सौ-सौ रुपए लेकर सदस्य बनाए। इसके बाद बैंक खाते खुलवाए गए। पासबुक, एटीएम कार्ड और सदस्यों के नाम पर सिम कार्ड तक जारी करवाकर उसे अपने पास ही रख लिया। सभी महिलाएं गरीब परिवारों की हैं और एक-एक कमरे के मकान में रहती हैं। यह भी पता चला है कि उक्त एनजीओ न केवल रायपुर, बल्कि दुर्ग, भिलाई, महासमुंद, धमतरी समेत कई और जिलों में दो साल से सक्रिय रहा है। रायपुर के कई और वाडारें में इन लोगों ने सैकड़ों महिलाओं का सदस्य बनाया है।
एक हफ्ते पहले पार्षद दीपक जायसवाल के नेतृत्व में पुरानी बस्ती थाने में महिलाओं की भीड़ ने शोभा ठाकुर निवासी मठपारा के खिलाफ शिकायत की थी। महिलाओं ने आरोप लगाए थे कि बैंक खाते का पासबुक, एटीएम कार्ड और उनके नाम का मोबाइल फोन नंबर सिम उक्त महिला ने अपने पास रख लिया है। उनके बैंक खाते में किसने रकम जमा कराई और किसने निकाली, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। जब बैंक खाते सील किए गए, तब उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। महिलाओं ने बताया कि उन्हें घर बैठे सिलाई, अचार, पापड़ बनाने जैसे काम दिलाने का झांसा दिया गया था।
पीड़ित सभी महिलाएं रामकुंड घर बैठे रोजगार से जोड़ने का दिया था झांसा की रहने वाली है। पार्षद दीपक जायसवाल ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। शिकायत जांच में पुलिस को पता चला कि 10 महिलाओं के खाते से करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है। सूत्रों ने बताया कि कोमल के खाते में 60 लाख, योगिता सेंद्रे के खाते में 56 लाख, राजुला बाग के खाते में पौने 2 करोड़, रेशमा सोनी के खाते में 37 लाख, धमुनि वर्मा के खाते में ढाई करोड़, पूर्णिमा मांझी के खाते में साढ़े 5 करोड़, नंदनी देवांगन के खाते में 77 लाख और रितु सेंद्रे के खाते में 50 लाख जमा हुए और ऑनलाइन किसी अन्य खाते में यूपीआई के जरिये ट्रांसफर भी कर दिए गए।