नागपुर । एड अब्दुल अमानी कुरैशी । चैटिंग एप की लत लोगों का जीवन बर्बाद कर रही है । इसके चंगुल में सर्वाधिक शिक्षित युवा वर्ग है । वह शोषण और ठगी का शिकार हो रहे हैं । बदनामी के भय से पीड़ित पुलिस के पास शिकायत करने से भी कतरा रहे हैं । मोबाइल फोन की लत और ऑनलाइन गेम भी एक नशा है जिससे लड़कों को मानसिक रूप से विकृत करने का काम किया जाता है ।
गेम में ऐसे टास्क दिए जाते हैं जिसको पूरा करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं । ऑनलाइन गेम के द्वारा युवाओं को पूरी तरह से बर्बाद करने का खेल चल रहा है । इसके अलावा गेम के द्वारा ऑनलाइन पैसा कमाने का धंधा भी जोरों पर है ।
खुल कर कहा जाए तो ऑनलाइन जुआ खेलने का धंधा चल रहा है । शहर से लेकर गांव तक इसी तरह से पैसा कमाने का काम कर रहे हैं । मिडिल क्लास के पास इतने पैसे नही होते हैं कि वह महंगा मोबाइल फोन लैपटॉप और रिचार्ज का पैसा अपने बच्चों के लिए उपलब्ध करा सके । इसलिए आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ये गलत काम करने के लिए प्रेरित होते हैं।
शहर हर प्रभाग में आपको युवाओं का समुह या दो ,तीन की संख्याओं में युवा चौराहो, दुकानों के बंद शटर के पास, या घर के सामने मोबाईल में खोये हूए नजर आएंगे।