मुंबई | न्यूज़ डेस्क | मुंबई-पुणे और पूरे महाराष्ट्र में एक अलग आंदोलन शुरू हो गया है, चाहे वह किसी भी तरह का भिखारी हो। यदि किसी भी प्रकार का व्यक्ति (महिला ,पुरुष , वृद्ध, विकलांग , बच्चे) भीख मांग रहा है, तो हम पैसे के बदले (भोजन र पानी) देंगे, लेकिन आज से उन्हें हम पैसे की भीख नहीं देंगे । परिणामस्वरूप, अंतर्राष्ट्रीय , राष्ट्रीय , राज्य स्तर पर, 'भिखारियों' के गिरोह टूट जाएंगे और फिर बच्चों का अपहरण अपने आप बंद हो जाएगा। इस तरह के गिरोह आपराधिक दुनिया में खत्म हो जाएंगे।
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हम एक भी भिखारी को रुपया नहीं देंगे। कार में 2 बिस्किट के पैकेट रखें लेकिन रुपए पैसे भुगतान न करें | यदि आप इस अभियान से सहमत हैं, तो इस विचार को अगले तीन समूहों में अग्रेषित करें। क्योंकि किसी मां बाप के कलेजे के टुकड़े किडनैप होने और फिर उनकी दुर्गति होने से बचाने में आपकी पोस्ट फारवर्ड बहुत बड़ा योगदान कर सकती है।