कोरबा । सत्या जायसवाल । शाम होते ही चांद के दर्शन लिए आंखे आसमान पर टिकी रही। चांद भी मानो अठखेली के मूड में बदली में छुपा चंदा था। क्योंकि रोज जल्दी निकलने वाला चांद गुरुवार को विलंब से निकला। लम्बे समय के बाद ठीक शाम साढ़े ८ बजे चांद निकला। चांद के दीदार से ही महिलाओं ने अटल सुहाग की कामना करके पति की लंबी आयु की मन्नत मांगी।
गुरुवार को शहर में हर ओर करवाचौथ के व्रत का नजारा हर छत पर आम था। शहर में कई जगहों पर सुहागिन महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजा की।करवा चौथ : चांद का दीदार होते ही व्रत हुआ पूरा, व्रती महिलाएं पति की लंबी आयु की मांगी मन्नतें । राम सागर पारा में दलिया गोदाम के पास हमेशा की तरह अधिक संख्या मेें महिलाएं जुटकर पूजा कर आरती की थाल बदलती हैं।
इसी तरह आरपी नगर फेस वन में भी महिलाओं ने शाम को पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की। कुछ स्थानों पर सुहागिन महिलाओं के द्वारा चावल पीसकर दीवार पर करवा चौथ और पति के स्वरूप के साथ सुहाग की वस्तुएं चूड़ी, बिन्दी, बिछुआ, मेंहदी और महावर के साथ विभिन्न प्रतीक चिन्ह बनाए।
करवा चौथ : चांद का दीदार होते ही व्रत हुआ पूरा, व्रती महिलाएं पति की लंबी आयु की मांगी मन्नतें करवा चौथ : चांद का दर्शन होते ही व्रत हुआ पूरा, व्रती महिलाएं पति की लंबी आयु की ईश्वर मांगी मनोकामना ।