रीवा। समशेर सिंह गहरवार। दीपावली महापर्व का पहला दिन अर्थात कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि धनतेरस के रूप में 29 अक्टूबर को मनाई जायेगी। इस वर्ष त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर 2024 को, सुबह 10:35 पर प्रारंभ होगी जो की 30 अक्टूबर को दोपहर 1:15 तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार त्रयोदशी तिथि प्रदोष कालीन ग्रहण की जाती है, इसलिए इस वर्ष 29 अक्टूबर को प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि व्याप्त रहने से धन तेरस का पर्व मनाया जा सकेगा। रीवा नगर के सूर्यास्त के अनुसार धनतेरस का प्रदोष काल सायं 5:27 बजे से लेकर 7:59 बजे तक रहेगा। इसी दिन धनतेरस की पूजा का मुहूर्त शाम 06:22 बजे से लेकर 7:59 तक रहेगा।
धनतेरस के दिन धन्वंतरि जयंती
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन की प्रक्रिया के दौरान भगवान धन्वंतरि का स्वर्ण अमृत कलश लेकर इसी दिन प्राकट्य हुआ था। धनवंतरी आयुर्वेद के जनक माने गए है।आज के दिन वैद्यक वर्ग द्वारा भगवान धन्वंतरि जयंती मनायी जाती है।
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी हाथ में कलश लेकर प्रकट हुए थे, अतः इसके प्रतीक रूप में इस दिन नए बर्तन खरीदने की परंपरा आज भी हिंदू समाज में कायम है। माना जाता है कि इस दिन बर्तन,धातु एवं आभूषण खरीदने से धन में तेरह गुना वृद्धि होती है, तथा उन्नति के मार्ग खुलते है।
कुबेर पूजन से दीप पर्व होगा शुरू
पंच पर्व दीपावली का श्रीगणेश इस दिन कुबेर पूजन के साथ होता है। कुबेर धनाध्यक्ष हैं, धन के अधिपति हैं तथा लक्ष्मी पर उनकी विशेष कृपा दृष्टि होने से लक्ष्मी के साथ कुबेर पूजन का विधान है।
संपूर्ण वर्ष पर्यंत स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए इस दिन कुबेर के साथ लक्ष्मी का पूजन किया जाना प्रदोष काल में प्रशस्त माना गया है। ज्योतिष की माने तो धनतेरस विशेष शुभ मुहूर्त भी होता है, जिसमें नवीन कार्यों का प्रारंभ, स्थाई महत्व के कार्य तथा व्यापार व्यवसाय का प्रारंभ पंचांग शुद्धि इत्यादि के विचार किए बिना किया जा सकता है।
धनतेरस पर क्या खरीदें
धनतेरस के अवसर पर बर्तन अवश्य लेने चाहिए।पीतल, तांबा, कांसा, सोना, चांदी, मिट्टी तथा स्टील के बर्तन क्रमशः शुभ एवं पवित्र माने गए हैं।आज के दिन बर्तन खरीद कर दीपावली के दिन पूजा के पश्चात उन्हें उपयोग में लाना चाहिए।
इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे मोबाइल, कंप्यूटर, रेफ्रिजरेटर,आदि,सोना चांदी से निर्मित आभूषण,पूजन सामग्री, झाड़ू,लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा, वही खाता, वाहन,भूमि,अन्य सम्पत्ति की खरीद शुभ मानी गयी है। लोहे के समान,अल्युमिनियम, कांच से निर्मित वस्तुएं,औज़ार,प्लास्टिक की वस्तुएं,जूते चप्पल की खरीद आज शुभ नही मानी गयी है।
इस तरह होंगे खरीददारी के शुभ मुहूर्त ज्योतिर्विद राजेश साहनी के अनुसार त्रयोदशी तिथि सुबह से प्रारंभ होगी। इसलिए खरीद के विशेष मुहूर्त इसके बाद ही प्रारंभ होंगे।
दोपहर 01 13 बजे से दोपहर 02 38 बजे तक- उत्तम मुहूर्त-वाहन,भूमि,भवन की खरीद हेतु शुभ।
शाम 04 02 बजे से 05 27 बजे तक-अमिर्थ मुहूर्त-सोना,चांदी,आभूषण, बर्तन एवम धातु की खरीद हेतु शुभ।
रात्रि 07 02 बजे से 08 38 बजे तक-उथी मुहूर्त- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बर्तन,पूजन सामग्री की खरीद हेतु शुभ।
रात्रि 10 12 बजे से 11 49 बजे तक-अमिर्ध मुहूर्त-समस्त खरीद हेतु शुभ।