नागपुर । एड अब्दुल अमानी कुरैशी । खानकाहे हामीदीया में आयोजित मोहब्बत ए अहले बैत कान्फ्रेंस को संबोधित करते हूए कहा कि मोहब्बत ए अहले बैते को अपने सीने में नसब फरमाए।
उन्होंने कहा कि अम्न चाहते हो तो अपने फैसले हजरत अली के मिजाज से करो। तकवे की बिना पर अमल अल्लाह कुबूल करता है, दिखाये की इबादत को नहीं । कुरआन का मोजिजा देखना चाहते होतो मोजिजानुमा अमल करो ।
हजरत ने आगे कहाकि मारेफत के साथ किया गगा अमल पूरी जिन्दगी की इबादत से बेहतर होता है अल्लाह मजलूमों के साथ अपना इंसाफ बखूबी करता है। फिलिस्तीन के लिए दुआए की गयी। दुआओ के बाद मजलीस का समापन हुआ ।