नागपुर । एड अब्दुल अमानी कुरैशी । एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल अनावश्यक रूप से स्थानांतरित करके भर्ती करना अब महंगा पड़ने वाला है। लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री प्रा. डॉ तानाजी सावंत ने यह बात कही।
पिछले कुछ वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा भी अनियमित हो गई है। इस साल जून का महीना सूखा रहा, जबकि जुलाई के महीने में मुंबई , नागपूर समेत राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई. कुछ इलाकों में बाढ़ आने के बाद बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी को फैलने से रोकने और प्रभावित मरीजों का समय पर इलाज हो सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को महामारी नियंत्रण के लिए सतर्क रहना चाहिए। शहरों, गांवों में साफ-सफाई के साथ मच्छर उन्मूलन अभियान क्रियान्वित किया जाना चाहिए. बाढ़ जैसी आपात स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहूंचाना चाहिए।
हर दिन महामारी की स्थिति की जाँच करें ! महामारी के संबंध में स्थिति जानने के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिदिन कम से कम एक घंटा वीडियो संचार प्रणाली के माध्यम से संवाद करें सावंत ने कहा मरीजों को दवा के अभाव में परेशानी नहीं होनी चाहिए।
दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए। दवाओं की खरीद में देरी से बचने के लिए स्थानीय प्रशासन को जिला योजना निधि से 100% दवाएं खरीदने का अधिकार दिया जाना चाहिए। दवाओं की कमी से मरीजों को परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जाए।