नागपुर । ऐडवोकेट अब्दूल अमानी कुरैशी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेडीकल कॉलेज के अमृत महोत्सव का उद्घाटन करते हूए कहा कि, भारत को चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ तथा देखभाल के क्षेत्र में वैश्विक रुप से अग्रणी बनने हेतु दृढ़ प्रयास करना चाहिए।
आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से स्वास्य दस्तावेजों को डिजिटलाइजेशन के सरकार के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता बेहतर हो रही है।
अंगदान के प्रति समाज में जागरूकता की कमी के कारण जरूरतमंदो को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। राष्ट्रपति ने अंगों की अवैध बिक्री पर खेद वक्त किया।
मेडीकल कॉलेज के बारे राष्ट्रपति ने कहा कि नई सुविधाओं से लैस यह अस्पताल और कॉलेज महती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
75 वर्षों से चिकित्सा शिक्षा, और सेवाएं प्रदान करने में बहुमूल्य योगदान के लिए सरकारी मेडिकल कालेज की विशेष रूप से प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने कहा कि इस कॉलेज
ने बड़ी संख्या में ऐसे डॉक्टर तैयार किए हैं जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समर्पण के साथ काम करते हैं।
कार्यक्रम के शुरुआत में कॉलेज से जुड़े चार गणमान्य लोगों को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। इस कॉलेज से उत्तीर्ण हुए छात्रों के पहले बैच के डॉ. बी.जे. सुभेदार, कॉलेज के लिए जमीन दान करने वाले कर्नल डॉ. कुकड़े के पोते एडवोकेट दिनकर कुकड़े और डॉ. शकुंतला गोखले के रिश्तेदार रवि लिमये और डॉ. प्रमोद गिरी को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। नवनिर्मित सभागार का भी डिजिटल उद्घाटन किया गया। एक विशेष डाक टिकट का अनावरण किया गया। राज्यपाल रमेश बैस द्वारा स्मारिका एवं कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज सुरेश भट सभागृह में रातुम नागपुर विश्वविद्यालय के 111 वे दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगी।
तत्पश्चात वे दिल्ली रवाना होगी।