ग्वालियर। न्यूज डेस्क । अजब एमपी के ग्वालियर में एक गजब का मामला सामने आया है। यहां एक तांत्रिक ने दावा किया था कि वह दशहरा पर जिन्न से पुरानी बंद हो चुकी करेंसी बदलवाकर नई करेंसी देगा। उसके झांसे में आकर एक शख्स नोटों से भरा बोरा लेकर उसे बलदवाने निकल पड़ा लेकिन उसे पुलिस ने दबोच लिया।
एमपी वाकई में अजब और गजब है। अजब एमपी के ग्वालियर में एक गजब का मामला सामने आया है। यहां एक तांत्रिक ने दावा किया था कि वह दशहरा पर जिन्न से पुरानी बंद हो चुकी करेंसी बदलवाकर नई करेंसी देगा। उसके झांसे में आकर एक शख्स नोटों से भरा बोरा लेकर उसे बलदवाने निकल पड़ा लेकिन उसे पुलिस ने दबोच लिया। ग्वालियर पुलिस ने बन्द हो चुके 500 और 1000 रुपये के नोटों का बड़ा जखीरा पकड़ा है. बताया जा रहा है कि इन पुरानी करेंसी का मूल्य 47 लाख रुपये है।
पहले चुनावी में बांटने की थी आशंका बाद में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस ने जब नोटों के जखीरे को पकड़ा तब शुरुआत में उन्हें इस बात की आशंका हुई कि यह रकम विधान सभा चुनाव में खपाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही होगी, लेकिन जब पकड़े गए आरोपी का बयान सामने आया तो वह चौंकाने वाला था।
आरोपी को इतनी मात्रा में बंद हो चुकी नोट कहां मिली थीं?
नोटो से भरे बोरे के साथ पकड़ा गया आरोपी मुरैना जिले के बड़ोखर का निवासी है, उसकी पहचान सुल्तान करोसिया के रूप में हुई है। उसने पुलिस को बताया कि जब नोटबंदी हुई थी, उसके 6-7 महीने बाद ये बंद नोट उसको कचरे के ढेर में मिली थीं। तब उसने चुपचाप घर में इसे छुपाकर रख लिया था। उसने इस बारे में किसी को नही बताया था।
तांत्रिक के जरिये जिन्न से बदलवाने जा रहा था पुराने नोट
सुल्तान ने अपने बयान में कहा है कि उसे एक परिचित ने बताया था कि एक तांत्रिक दशहरे पर तांत्रिक क्रिया करके जिन्न को बुलाता है और जिन्न इस पुराने नोटों की गड्डियों को बदलकर नई करंसी लाकर दे देगा। इसी मकसद से 1000 रुपये के नोटों की 41 गड्डियाां और 500 रुपये के नोटों की 12 गड्डियां लेकर वह निकला था, लेकिन पुलिस ने चेकिंग के दौरान वह पकड़ा गया। पुलिस ने उसके साथी जितेंद्र भदौरिया को भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं अब तांत्रिक का भी पता लगाया जा रहा है।
पुलिस को ऐसे मिला ये जखीरा
एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा के अनुसार क्राईम ब्रांच को सूचना प्राप्त हुई थी कि एक व्यक्ति मोटर साइकिल पर मुरैना की तरफ से काले रंग के बैग में काफी मात्रा में रूपये लेकर ग्वालियर की तरफ आ रहा है। उस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबिर के बताये स्थान पर लगाया गया। क्राइम ब्रांच टीम द्वारा वहां पर आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग प्रारम्भ की, कुछ समय बाद बताई गई मोटर साइकिल आती हुई दिखाई दी।
पूछताछ करने पर उस शख्स ने खुद को पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास मुरैना का रहने वाला बताया। बैग में मिले पुराने नोटों के बारे में जब पूछताछ की गई तो वह कोई संतोषजन जवाब नहीं दे पाया। पुलिस टीम द्वारा बैग में मिले नोटों की गिनती करने पर एक-एक हजार के पुराने नोटों की 41 गड्डियां एवं पांच-पांच सौ के पुराने नोटों की 12 गड्डियां मिली। इस प्रकार पुलिस टीम को कुल 53 गड्डियां में पुराने 47 लाख रूपये मिले।
चुनाव आयोग और आईटी को भी दी गई सूचना
क्राइम ब्रांच टीम द्वारा पुराने बंद हो चुके नोटों को जप्त कर चुनाव आयोग एवं आयकर विभाग को सूचित किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कहीं इन नोटों को ग्रामीणों को बांटने के लिए तो नहीं
ले जाया जा रहा था।